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सब तुम्हें नहीं कर सकते प्यार / कुमार अंबुज
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05:27, 18 मार्च 2021
वर्तनी की एक त्रुटि सुधारी
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<poem>
यह मुमकिन ही नहीं कि सब
तुम्हेंत
तुम्हें
करें प्यार
यह जो तुम बार-बार नाक सिकोड़ते हो
और माथे पर जो बल आते हैं
Sumitkumar
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