गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
कभी—कभी हमें ऐसे भी स्वप्न आते हैं/ जहीर कुरैशी
1 byte removed
,
17:39, 21 अप्रैल 2021
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>
कभी—कभी हमें ऐसे भी स्वप्न आते हैं
जो जागते ही हमें देर तक लजाते हैं
सशुल्क योगदानकर्ता ५
Delete, Mover, Reupload, Uploader
17,260
edits