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1.गुलमोहरआम बौरायाकड़ी धूप में खड़ाफागुनी बयार नेवीर सैनिक। गुलमोर चतैला घाम माँ खड़ूवीर फौजी-सी2विद्या का ओजहरी पत्तियों परकोमल ओस।चूमा है उसे।
बिद्या कु ओजआम बौळे गेहौरी पत्तियों परैंफागुण कि बार नकुंगळी ओंसभुक्की पियाली32.झरी चाँदनीबेटियाँ हँसीझरे हरसिंगारछेड़ दी हवाओं नेधरा निहाल।सरगम -सी।
खते जुनाळिबेटुला हैंस्याझौड़ी हरसिंगारछेड़याली हवा नपिर्थी बग्छटसरगम सी43.प्राची है लालकागा की काँवधरती ने सजाईआएँगे कान्ह आजअपनी माँग।राधा के गाँव।
पुरब लालकागै कि कौं-कौंपिर्थी न सजैयालीआला कन्हैया आजअपड़ी स्यूँदराधिका का गौं54.स्नेहिल स्पर्शगंध संदलीरच रहे नयनदिशा- दिशा महकीदिल का दर्द।स्मृति वन में।
माया माँ छुएँचंदनै कि गन्धरचणी छन आँखीदिसा-दिसा मैकी गीहिरदै पिड़ायादू का बौंण65.जीवन -संध्यापढ़ो कबीरहे! अस्ताचलगामीखोजो जीवन सत्यबाँट लो दर्द।बनो फकीर।
जिंदगी- रूम्कपौढ़ कबीरहे डुबदरा सुर्जखोज ज्यूँण कु सत्तबाँट दि पिड़ाबौंण फ़कीर76.मन को मारहल्कू उदासझेल रहे हैं रिश्तेफिर आई बैरनव्यंग्य बौछार।पूस की रात।
मन मारी किहल्कू उदासझेंन्ना छन रिस्ता तफीर ऐगे बैरी याटौंखाँणु मारपूसै कि रात87.सुनो धरतीसुर्ख गुलाब,हवा- पानी की रक्षाडायरी में अब भीमनु का काम।तुम्हारी याद।
सूँण पिरथीलाल गुलाबहवा-पाणी रगछाडैरी माँ अबि बि चमन्ख्यों कु कामतुमारी खुद98.सहमी चिड़ीश्रम की बूँदेंपाकर प्रताड़नाझरतीं खेतों बीचसबसे भिड़ी।बनतीं सोना।
डौंरीं प्वथलीमीनतै बुन्दपै कैं प्रताणन्ना जुझड़ि पुंगड़यों माँसब्बु सि लौड़ीबणिन सोनू109.शब्दों से कोरेबाँचती उषाप्रेम -ग्रन्थ के पन्नेपत्र भोर कासुवास भरे।मुस्काती धरा
सब्दु सि क्वाराबाँचू बिंसरीमायै पोथी का पन्नाप्रेमै चिठ्ठी सुबेरै खुसबो भर्यांहैंसदी पिर्थी10.नैन तुम्हारेमहाकाव्य रच देंजहाँ निहारें। आँखी तुमारीमहाकाव्य रचदिजख देखदी
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गिरि से गिरीसूने उर मेंगिरकर भी चलीयादों के घन घिरेकर्मठ सरि।नैन बरसे।
पाड़ू-लमडीसुन्न हृदै माँलमडीक बि चन्नीयादू बादळ घिर्यांकिसाण गंगाआँखी बरसी12.स्वप्न का सारचढ़ गया मैंमन की चौखट कोझुके कन्धे पिता केकरे न पार।बढ़ गया मैं
स्वीणा कु सारचौड़ी गयों मि मना संघाड़ सनबुबा काँधा झुक्यनकरू न पार।बौढ़ी गयों मि
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