गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
सिहरा ताल-हाइकु / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
6 bytes added
,
20:04, 4 जुलाई 2021
पोंछो ये पलकें
मोतियों भरे हैं ये
सागर
सिन्धु
छलके ।
98
लुटाओ नहीं
वीरबाला
4,866
edits