|जन्मस्थान= अम्बाला, हरियाणा
|मृत्यु= 11 दिसंबर 2017
|कृतियाँ=‘हो जाने दो मुक्त’ (1978), उठो माधवी, प्रेम में स्त्री (2006), लाल रिब्बन का फुलवा, बारिश में दिल्ली, दूसरे दिन फेंटेसी (2007), कुरबक, गान्धर्व पर्व, तरु-तरु की डाल पर, क्षमा (2008)
|विविध=शिक्षा और साहित्य का ‘पद्मश्री’ अलंकरण प्राप्त करने वाली सुनीता जैन, अंग्रेज़ी और हिन्दी में बेहतरीन कविताएँ लिखतीं है।
|जीवनी=[[सुनीता जैन / परिचय]]