|जन्मस्थान=विलनो, पोलैण्ड के उस भूभाग में, जो द्वितीय विश्व-युद्ध से पहले जर्मनी का हिस्सा था।
|मृत्यु=
|कृतियाँ=काँचनुमा यथार्थ (2011), भावनाओं का विश्लेषण (2012), सपनों की सीमाएँ (2013) क्षण-पल (2014), आईने में लड़की (2016) सभी कविता-संग्रह। ’रेलगाड़ी’ -- लबी कविता (2017) ’वायवीय गुलाब (2015) - उपन्यास। कई नाटक भी लिखे। |विविध=72 वर्ष की आयु में कविताएँ लिखना शुरू किया। इलैक्ट्रोनिक इंजीनियर रहीं। पोलैण्ड की राजनीति में सक्रिय रहीं। जब पोलैण्ड समाजवादी देश था तो सत्ताविरोधी संगठन ’सॉलिडिरेटी’ की बेहद सक्रिय सदस्य। समाजवादी पोलैण्ड की संसद ’सेजम’ की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। कविताओं के अलावा कई नाटक लिखे हैं। पोलिश लेखक संघ की सदस्य हैं। ’मेटाफ़र’ (प्रतीक) नामक एक साहित्यिक पत्रिका की सम्पादक रह चुकी हैं।
|जीवनी=[[अलित्सिया कुबेर्स्का / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=Alicja Maria Kuberska