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अक्षय प्रेम-जल / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’
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09:30, 10 अक्टूबर 2021
तुम्हारे ही हाथों में
अंतिम पल
हों
अधर विचुम्बित
वे पल दे दो.
जग ने दिया दर्द
वीरबाला
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