Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= नीलमणि फूकन |अनुवादक= दिनकर कुमा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= नीलमणि फूकन
|अनुवादक= दिनकर कुमार
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
आश्विन मास की रात
इन्द्रमालती के फूल रो रहे थे

उठकर जाकर देखा

गाँव की गोधूलि की तरह
तुम्हारी हंसी

सुपारी के पेड़ पर
लटक रही है ।

'''मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,616
edits