गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अ्फ़्रीका / रवीन्द्रनाथ ठाकुर / सुलोचना वर्मा
3 bytes removed
,
07:33, 6 सितम्बर 2022
जिनके नाखून भेड़ियों से भी हैं तेज,
आए लोगों कों गिरफ्तार करनेवाले दल
गर्व से जो हैं
अंन्धे
अन्धे
तुम्हारी बिना सूर्य की रौशनी वाले अरण्य से अधिक।
सभ्यों के बर्बर लोभ ने
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,881
edits