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गूंगे आदमी / कृष्ण वृहस्पति
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09:08, 26 सितम्बर 2022
मेरे पास कलम थी
वे जोर लगा कर थक गए
मैं लिखने से नहीं
रूका ।
रुका।
मेरे पास खेत थे
Neeraj Daiya
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