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आज है तेरा जनम दिन, तेरी फुलबगिया में / गोपालदास "नीरज"
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01:44, 4 जनवरी 2023
और जिसकी कि सुबह का भी गगन काला है।
काँपती लौ, यह
सिपाही
सियाही
, यह धुआँ यह काजल
उम्र सब अपनी इन्हें गीत बनाने में कटी,
कौन समझे मेरी आँखों की नमी का मतलब
Arti Singh
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