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हँसें दु:खों पर /रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु'
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19:09, 10 जनवरी 2023
हँसें दुःखों पर
घबरा जाए हर मातम ।
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5
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92
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:
तारिका-जुलाई-92,रूपा की
चिटठी-दिस-92
चिट्ठी दिस92
)
</poem>
वीरबाला
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