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फुलझड़ी / अशोक शाह
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21:48, 20 जनवरी 2023
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|रचनाकार=अशोक शाह
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धरती के सुदूर देहरी पर
अवनि की आखिरी छोर पर खडे़
प्रतिक्षारत
अपने मासूमों के लिए
-0-
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वीरबाला
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