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भाषा का यो़द्धा मैं/वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
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11:45, 12 मार्च 2023
मेरे संकेतों पर युग रूकते-चलते हैं
मानवता की रक्षा-हित निर्मित दुर्गों का
मैं भी
इस
इक
छोटा-सा कर्मठ प्रतिहारी हूँ
अगणित तलवारों पर...
वीरेन्द्र खरे अकेला
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