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इन्हें प्रणाम करो ये बड़े महान हैं
प्रभुता के घर जन्मे समारोह ने पाले हैं
इनके ग्रह मुँह में चाँदी के चम्मच वाले हैं
ये शुमार होकर ही मानेंगे अवतारों में
ये तो बड़ी कृपा है जो ये दिखते भर इन्सान इंसान हैं ।
इन्हें प्रणाम करो ये बड़े महान हैं ।
दंतकथाओं दन्तकथाओं के उद्गम का पानी रखते हैं
यों पूँजीवादी तन में मन भूदानी रखते हैं
होगा एक तुम्हारा इनके लाख-लाख चेहरे