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कटघरा / मनजीत टिवाणा / हरप्रीत कौर
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13:27, 25 सितम्बर 2023
वे कहते —
तुम्हारा पहली ग़लती, तुम लड़की हो
दूसरी
—तुम
— तुम
काली हो तीसरी
—कविता
— कविता
लिखती हो चौथी
—तुम
— तुम
भेड़ियों के शहर में
एक अच्छी बेवक़ूफ़ भेड़ नहीं बन सकी
अनिल जनविजय
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