742 bytes added,
14:51, 7 दिसम्बर 2023 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=कानेको मिसुजु
|अनुवादक=तोमोको किकुची
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
घास के बच्चे को नहीं मालूम
उसकी माँ कौन है,
ऐसे हज़ारों बच्चों का पालन-पोषण
मिट्टी अकेले करती है ।
घास हरी-भरी हो जाएगी तो,
मिट्टी पूरी तरह से ढक जाएगी
बिलकुल नज़र न आएगी ।
'''मूल जापानी से अनुवाद : तोमोको किकुची'''
</poem>