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दोहे-1 / उपमा शर्मा
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03:21, 16 दिसम्बर 2023
10.
तुलना
कर-कर
करके
यूँ कभी, होना न परेशान।
एक वृक्ष के फल कहाँ, दिखते कभी समान।
</poem>
वीरबाला
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