|उपनाम=
|जन्म=1975
|जन्मस्थान=भुवनेश्वर
|मृत्यु=
|कृतियाँ=छह कविता संग्रह — पक्षी फेरिनि (2001), फेरीबा कथा (2003), पुनश्च बुद्ध (2012),केतेबेले केजानि (2013), शब्द आरपाख (2018), दृश्य दर्पण (2021) और दो आलोचना की किताबें।किताबें — इंद्रधनुर अष्टम रंग (2019), एबर कविता- (2019)| इनके अलावा छह किताबों का अनुवाद भी किया है ओड़िया में।|विविध=ओड़िआ की युवा कवि।इप्सिता को अपने दूसरे काव्य संग्रह ’फेरीबा कथा’ के लिए 2001 में ओड़िशा सरकार के तरफ से राज्य युवा पुरस्कार मिला था। इसके अलावाओड़िशा के अनुष्ठान ‘समाज’ की तरफ से उत्कलमणि युव प्रतिभा पुरस्कार। अपनी कविताओं की विषयवस्तु और काव्यशैली के अनोखेपन की वजह से ओड़िआ साहित्य में अपनी पहचान बनाने वाली ईप्सिता एक डिग्री कॉलेज में अंग्रेजी भाषा साहित्य के अध्यापिका हैं और भुवनेश्वर में रहती हैं।
|जीवनी=[[ईप्सिता षडंगी / परिचय]]
|अंग्रेज़ीनाम=Ipsita Shadangi