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सुनिए थानेदार / विष्णुकांत पांडेय
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11:31, 9 जून 2024
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<poem>फोन उठाकर कुत्ता बोला
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सुनिए थानेदार,
घर में चोर घुसे हैं, बाहर
सोया पहरेदार!
मेरे मालिक डर के मारे,
छिप बैठे चुपचाप,
मुझको भी अब डर लगता है
जल्दी आएँ आप!
</poem>
अनिल जनविजय
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