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जनम होअए जनु / विद्यापति

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जनम होअए जनु, जओं पुनि होइ।
जुबती भए जनमए जनु कोइ ।।
भनइ विद्यापति अछ परकार।
दंद-समुद होअ जिब दए पार।।
 
</poem>
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