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तुम सदा करती रहो मेरा इंतिज़ार / कंसतन्तीन सीमअनफ़ / अनसतसीया गूरिया
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08:06, 31 अगस्त 2024
तुम्हीं ने मुझे कैसे दिन-ब-दिन रखा ज़िन्दा ।
कैसे मैं ज़िन्दा रहा, सिर्फ़ हम-तुम जानेंगे, यार -
कि लाजवाब किया है तुमने मेरा इंतिज़ार ।
मूल रूसी से अनुवाद : अनसतसीया गूरिया
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अनिल जनविजय
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