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पिताजी, मैं स्कूल नहीं जाउँगाजाऊँगाइतिहास पढाते हैँ पढ़ाते हैं वहाँ, जंग लगे मेसिनो मशीनों के पूर्जे पुर्जों जैसे मरे हुए दिनों का, और अब तो गणित के सुत्र सूत्र भी बहुत ही पूराने पुराने हो चुके ।हैं।
इच्छा नहीं है मुझे केवल इतिहास के पन्नो पन्नों पे जीवित रहना,मुझे तो जिना जीना है आनेवाले आने वाले दिनों में इतिहास की गति को लाँघकर इतिहास से कुछ ज्यादा और ही कुछ हो कर । इसलिए पिताजी, मैं स्कूल नहीं जाउँगा इतिहास पढाते हैँ वहाँ, मरे हुए दिनों का ।कर।
इसलिए, पिताजी, मैं स्कूल नहीं जाऊँगावहाँ इतिहास पढ़ाते हैं, मरे हुए दिनों का। फ्रेम लगाकर रखनेवाले में सजाकर रखने वाले आदर्शों से भोग सकनेवाले जीवन में भोगे जा सकने वाले आदर्श मुझे ज्यादा अच्छा लगता हैँ । अच्छे लगते हैं।बना -बनाया हुवा रास्ते पे रास्ता चलने की बजाए के बजायरास्ते बनाते हुए चलने को मन करता है ।है।इतिहास के पोथीयाँ की पोथियाँ नहीं,एक कुदाल चाहिए मेरे बाजुओं को, योजनाओँ योजनाओं से नहीं,अपने पावँ पाँव से नापना है मुझे उँची उँची चोटीयों ऊँची-ऊँची चोटियों को ,और अदा करना है धरती के सारे ऋणों को ।को। पिताजी, मैं स्कूल नहीं जाऊँगावहाँ इतिहास पढ़ाते हैं, मरे हुए दिनों का।
पिताजी, मैं स्कूल नहीं जाउँगा
इतिहास पढाते हैँ वहाँ, मरे हुए दिनों का ।
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