{{KKCatNepaliRachna}}
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'''पिता रक्षति कौमारे भर्ता रक्षति यौवने । ''' '''रक्षन्ति स्थविरे पुत्रा न स्त्री स्वातन्त्र्यमर्हति ॥ ''' - मनुस्मृति
यो मनुको देशमा जन्मेकी
ए मातापिता !
'''विशीलः कामवृत्तो वा गुणैर्वा परिवर्जित: ''' '''उपचर्यः स्त्रीया साध्व्य सततं देवत्पतिः ।। ''' - मनुस्मृति
म मनुको देशमा बनेकी
ए मेरो स्वार्थी शासक !
'''यादृशं भजते हि स्त्री सुतं सुते तथाविधम् । ''' '''तस्मात्प्रजाविशुद्धवर्थ स्त्रीयं रक्षेत्प्रयत्नतः ॥ ''' - मनुस्मृति
म मनुको देशमा भएकी माता