Changes

<Poem>
मैं पुकारता हूँ कि ग़ौर करो
पुकारता हूँ कि आउ आओ क़ब्र से बाहर
कभी तुमने धोया-पोंछा था मुझे
बुहारकर मेरी ही यादें मेरे बारे में
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,345
edits