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जब भी मेरे प्रेम पर चर्चा होतुम मेरे नाम के बग़ल में अपना नाम लिख देना,मेरे पापों की गणना हो,मेरे नाम के आगे अपना नाम लिख देना ।
तुम तो शून्य हो न !बग़ल में रहे तो दहाई कर दोगे,आगे लग गए तो इकाई कर दोगे, गुणा भी कर दिया किसी ने तो क्या मसला है,तुम सब शून्य कर दोगे ।
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