गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
विरासत / सुकेश साहनी
3 bytes added
,
26 फ़रवरी
महाविनाश हमें भी लेगा
अपनी चपेट में
एकाएक ये नगर भी दब
जाएंगे
जाएँगे।
मनों मिट्टी के नीचे
वीरबाला
4,972
edits