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गांधी की गीता / शैल चतुर्वेदी

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गरीबों का पेट काटकर
उगाहे गए चांद से
ख़रीद ख़रीदा गया शाल
देश (अपने) कन्धो पर डाल
और तीन घंटे तक
फिर रामराज की जै बोलते हुए
(लंच नहीं) मंच छोड़ा
मार्ग में सभिव सचिव बोला-
"सर, आपने तो कमाल कर दिया
आज तुलसी जयंती है
गांधी ने गीता
तुमने तुलसीकृत
वान्मीकी वाल्मीकी रामायण पढ़ी है?
नहीं पढ़ी न!
मुझे भी समय नहीं मिलता
मंत्री जी बोले-"हमारा सचिव होते हुए
यह पूछते तुम्हें शर्म नहीं आई।"
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