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सर्दियाँ (३) / कुँअर बेचैन
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|रचनाकार=कुँअर बेचैन
}}
मुँह में धुँआ, आँख में पानी
पेट सभी की है
मजबूरी
मज़बूरी
भरती नहीं जिसे
मजबूरी
मज़बूरी
फुटपाथों पर नंगे तन क्या-
Dr.bhawna
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