मैं यथासंभव अपना योगदान जारी रखूंगा। आशा है कविताकोश हिंदी कविता के लगभग सारे भंडार को एक जगह उपलब्ध कराके एक मिसाल बन सकेगा। आज की तारीख में भी यहाँ ऐसा संग्रह तैयार हो चुका है जैसा शायद कम ही पुस्तकालयों में मिलेगा। हम जैसे ओपन सोर्स सॉफ़्टवेयर में काम करने वालों को इससे नई उम्मीद बंधती है - पाठक की दृष्टि से तो ये खजाने जैसा है ही।
- अनिल एकलव्य