{{KKRachna|रचनाकार=ओमप्रकाश सारस्वतKKGlobal}}{{KKPustakKKParichay|चित्र=--|नाम=दिन गुलाब होने दो (गीत संग्रह)|रचनाकार=[[ओमप्रकाश सारस्वत]]|प्रकाशकउपनाम=निर्मल पब्लिकेशनए-139,गली नम्बर 3, कबीर नगर,शहादरा,दिल्ली-110094|भाषाजन्म=हिन्दी|विषयजन्मस्थान= गीतगाँव मलेहड़ (थुरल)पालमपुर, हिमाचल प्रदेश |शैलीकृतियाँ=--एक टुकड़ा धूप,शब्दों के संपुट मे( कविता संग्रह और दिन गुलाब होने दो, (गीत संग्रह) |पृष्ठविविध=103हिमाचल अकादमी का पुरस्कार। और 'हिमोत्कर्ष, द्वारा 1997 में सम्मानित|ISBNअंग्रेज़ीनाम=Omprakash Saraswa|विविधजीवनी=--[[ओम प्रकाश सारस्वत / परिचय]]* '''[[ एक टुकड़ा धूप / ओमप्रकाश् सारस्वत]''' (कविता संग्रह)* '''[[ शब्दों के संपुट में / ओमप्रकाश् सारस्वत]''' (कविता संग्रह)* '''[[ दिन गुलाब होने दो / ओमप्रकाश् सारस्वत]'''(गीत संग्रह)}}
*[[दिन / ओमप्रकाश सारस्वत]]
*[[फिर दिन बड़े हो गए / ओमप्रकाश सारस्वत]]