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सखी लौट फिर फागुन आया / श्याम सखा 'श्याम'
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01:03, 18 जनवरी 2009
मै अपना सब-कुछ हारी
उनका हर अन्दाज मुझे भाया
सखी लौट फिर
सावन
फागुन
आया
</poem>
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