Changes

नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अवतार एनगिल |एक और दिन / अवतार एनगिल }} <poem> इन तंग जू...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अवतार एनगिल
|एक और दिन / अवतार एनगिल
}}
<poem>
इन तंग जूतों में
लगे दुखने
एक जोड़ी पाँव

हे दूब!
हे धूप !
चट्टान री!
उतार कर इन्हें
मिलने तुम्हें
आ रहा हूं मैं
</poem>
Mover, Uploader
2,672
edits