Changes

ठाले की तपस्या / अनूप सेठी

548 bytes added, 19:39, 20 जनवरी 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनूप सेठी }} <poem> आओ बैठें खाली बिल्कुल दुनिया के ...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अनूप सेठी
}}
<poem>
आओ
बैठें
खाली बिल्कुल
दुनिया के बीच बाज़ार
ठाले से

दुनिया की चीख पुकार
अपना सन्नाटे का शोर

सब छोड़-छाड़
हों मगन

अगन ठाले की

बैठें
पैठें
कहीं तो होगा
कुछ तो पार 
(1986)
</poem>
Mover, Uploader
2,672
edits