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21:02, 21 जनवरी 2009 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=शमशेर बहादुर सिंह
|संग्रह=कुछ कविताएँ / शमशेर बहादुर सिंह
}}
<poem>
सावन की उनहार
:::आंगन पार।
:मधु बरसे, हुन बरसे,
:बरसे स्वांति धार
:::आंगन पार।
::सावन की उनहार –
(1948)
</poem>