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बातों से, सिर्फ़ बातों से ऐसा किया गया / जहीर कुरैशी
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03:13, 6 फ़रवरी 2009
उस स्वच्छ जल को व्यर्थ ही गंदा किया गया
पत्थर विरोध
कररने
करने
से डरते हैं आज भी
जिन पत्थरों पे चाकू को पैना किया गया
</poem>
द्विजेन्द्र द्विज
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