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काला और सफ़ेद / केशव

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सब छिप जाता है
काले में
सफेद नहीं

सफेद
उनकी पोशाक है
काली
उनकी करनी
दिखे तो दिखे
उन्हें फर्क नहीं पड़ता
देश के नक्शे में
सब कुछ
एक-सा-दिखता

सतह पर
हलचल
नीचे
जड़ता ही जड़ता।
</poem>
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