Changes

बशीर बद्र

484 bytes added, 21:37, 9 नवम्बर 2007
*[[आँखों में रहा दिल में न उतरकर देखा / बशीर बद्र]]
*[[हर जनम में उसी की चाहत थे / बशीर बद्र]]
*[[कोई लश्कर है के बढ़ते हुए ग़म आते हैं / बशीर बद्र]]
*[[सँवार नोक पलक अबरूओं में ख़म कर दे / बशीर बद्र]]
*[[नारियल के दरख़्तों की पागल हवा / बशीर बद्र]]
*[[हँसी मासूम सी बच्चों की कापी में / बशीर बद्र]]