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|रचनाकार=येव्गेनी येव्तुशेंको
|संग्रह=धूप खिली थी और रिमझिम वर्षा / येव्गेनी येव्तुशेंको
}}
[[Category:रूसी भाषा]]
<Poem>
ओस की बूंद है
व्यक्ति
और जनता बायकाल झील
मुझे तोड़ मत देना, ऎ रूस !
अपनी साइबेरियाई चट्टानों पर
तुमसे यही अपील
</poem>