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भगवान नटवर जी की जय / आरती
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|रचनाकार=
}}
<poem>
भगवान नटवर जी की जय-जय गिरिधारी प्रभु, जय-जय गिरिधारी।<BR>
दानव-दल बलिहारी, गो-द्विज हितकारी॥ जय ..<BR>
Pratishtha
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