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11:01, 15 मार्च 2009 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=लुई आरागों
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जोर्जो दे शिरीको के लिए
प्यार पर किसीने लिखा-
आग लग जाने पर बचाव के लिए भागना मना है
आकाश पर किसी ने लिखा-
आप भूल कर रहे हैं वह यहाँ से नहीं है
और रात पर किसी ने लिखा-
रात पर
किसीने कुछ भी नहीं लिखा था
ले देस्तीने द ला पोयज़ी(1925-1926) से
</poem>
'''मूल फ़्रांसिसी से अनुवाद : हेमन्त जोशी