{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=जयशंकर प्रसाद
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[[चित्र:Jaishankar_Prasad.jpg|thumb|right]]'''महाकवि''' के रूप में सुविख्यात '''जयशंकर प्रसाद''' (१८८९-१९३७) हिंदी नाट्य जगत और कथा साहित्य में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं। '''तितली''', '''कंकाल''' और '''इरावती''' जैसे उपन्यास और '''आकाशदीप''', '''मधुआ''' और '''पुरस्कार''' जैसी कहानियाँ उनके गद्य लेखन की अपूर्व ऊँचाइयाँ हैं।
==जीवन परिचय==