Changes

रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 1

310 bytes added, 13:37, 12 फ़रवरी 2008
|संग्रह= रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"
}}
'''मुखपृष्ठ: [[रश्मिरथी / रामधारी सिंह "दिनकर"]]'''
 
 
[[रश्मिरथी / कथावस्तु|<< पिछला भाग]]
 
 
'जय हो' जग में जले जहाँ भी, नमन पुनीत अनल को,
अपने गुण का किया कर्ण ने आप स्वयं सुविकास।
 
 
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 2|अगला भाग >>]]