Changes

पूजा / ऋषभ देव शर्मा

727 bytes added, 20:20, 17 अप्रैल 2009
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ऋषभ देव शर्मा |संग्रह= }} <Poem> पूज पाया जो नहीं इंसा...
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ऋषभ देव शर्मा
|संग्रह=
}}
<Poem>

पूज पाया जो नहीं इंसान को!
पूज पायेगा कहाँ भगवान् को??


दूसरों का हक़ दबाना चाहते
पूजते हैं लोग वे शैतान को!!


पूज्य हैं सबसे प्रथम माता-पिता,
सीखना यह चाहिए संतान को!!


देश में राजा भले पुजते रहें,
पूजती दुनिया मगर विद्वान् को!!


</poem>