Changes

रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 7

219 bytes added, 13:46, 12 फ़रवरी 2008
|संग्रह= रश्मिरथी / रामधारी सिंह 'दिनकर'
}}
[[रश्मिरथी / प्रथम सर्ग / भाग 6|<< पिछला भाग]]
 
'जनमे नहीं जगत् में अर्जुन! कोई प्रतिबल तेरा,
नहीं उठाये भी उठ पाते थे कुन्ती के पाँव।
 
 
 
[[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 1|अगला भाग >>]]