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अनुपस्थित / ऋषभ देव शर्मा
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19:46, 21 अप्रैल 2009
पश्मीना है और केसर भी.
चष्मों
चश्मों
का जल आज भी
पहले सा ठंडा और मीठा है.
ऋषभ देव शर्मा
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