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कोई हँस रहा है कोई रो रहा है / अकबर इलाहाबादी
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20:00, 2 मई 2009
कोई जागता है कोई सो रहा है
कहीँ
नाउमीदी
नाउम्मीदी
ने बिजली गिराई
कोई बीज उम्मीद के बो रहा है
हेमंत जोशी
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