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होती है अगर्चे कहने से यारों पराई बात / मीर तक़ी 'मीर'
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17:04, 13 मई 2009
वो आ गया तो सामने उस के न आई बात<br><br>
बुल-बुल
बुलबुल
के बोलने में सब अंदाज़ हैं मेरे<br>
पोशीदा क्या रही है किसु की उड़ाई बात<br><br>
हेमंत जोशी
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