Changes

रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 9

227 bytes added, 14:07, 12 फ़रवरी 2008
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामधारी सिंह '"दिनकर'" |संग्रह= रश्मिरथी / रामधारी सिंह '"दिनकर'"
}}
[[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 8|<< पिछला भाग]]
 
'सहनशीलता को अपनाकर ब्राह्मण कभी न जीता है,
मारे बिना हृदय में अपने-आप मरा-सा जाता हूँ।
 
[[रश्मिरथी / द्वितीय सर्ग / भाग 10|अगला भाग >>]]