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हिंया नहीं कोऊ हमार! / हरिवंशराय बच्चन
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20:48, 18 जून 2009
है नहीं फूटा कभी आह्वान यह अनिवार
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उड़ी चलो हँसा और देस,
हिंया नहीं कोऊ हमार!
Tusharmj
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